सपा विधायक दारा सिंह चौहान ने दिया विधानसभा से इस्तीफा

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ,15 जुलाई (ए)। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक दारा सिंह चौहान ने शनिवार को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया।

विधानसभा अध्‍यक्ष सतीश महाना के कार्यालय ने त्यागपत्र प्राप्त होने की पुष्टि की है।

विधानसभा अध्‍यक्ष को भेजे पत्र में चौहान ने लिखा, ”मैं दारा सिंह चौहान मऊ जिले की घोसी सीट-354 से विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं।”

विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने एक बयान में बताया कि मऊ जिले की घोसी सीट से विधायक दारा सिंह चौहान ने आज दिनांक 15 जुलाई 2023 को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र माननीय अध्‍यक्ष विधानसभा की सेवा में प्रस्तुत किया है।

इस्तीफे के कारणों के बारे में पूछे जाने पर चौहान ने कहा, ”मैंने अपना इस्तीफा (विधानसभा अध्यक्ष को) दे दिया है और इस बारें में बाद में आपको बताऊंगा।”

उन्होंने इस्तीफा देने के कारणों के बारे में विस्तार से नहीं बताया और न ही अपने इस्तीफे पत्र में किसी कारण का जिक्र किया है ।

चौहान भाजपा की पिछली सरकार (2017-2022) में मंत्री थे, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वह समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए थे। चौहान, एक पिछडे वर्ग के (ओबीसी) नेता हैं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली पहली सरकार में चौहान वन एवं पर्यावरण मंत्री थे।

चौहान ने 12 जनवरी, 2022 को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। चौहान ने 2017 से 2022 तक मऊ जिले के मधुबन विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।

उन्होंने 15वीं लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के लिए घोसी सीट का प्रतिनिधित्व भी किया है। इसके बाद लोकसभा चुनाव में वह भाजपा के हरिनारायण राजभर से 1.4 लाख से अधिक मतों से हार गये। वह 2015 में भाजपा में शामिल हुए और उन्हें पार्टी के ओबीसी मोर्चा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया और मधुबन विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया। 16 जनवरी 2022 को, चौहान समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे ।

दारा सिंह चौहान के इस्तीफे को सपा के लिए झटका माना जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि एक बार फिर वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।


बीते कई दिनों से उनके भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे थे। वह भाजपा सरकार में वन मंत्री रह चुके हैं पर चुनाव से पहले सपा में शामिल हो गए थे। दारा सिंह चौहान के इस्तीफे को सपा के लिए झटका माना जा रहा है।