सपा के पीडीए में आधी आबादी, अगड़े और आदिवासी समेत सभी शामिल- अखिलेश

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ, 30 अक्टूबर (ए) समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी के ‘पीडीए’ (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) में आधी आबादी (महिलाएं), अगड़े और आदिवासी सहित हर कोई शामिल है।.

लखनऊ में पीडीए यात्रा में शामिल यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “पीडीए में हर कोई शामिल है। चाहे वह आधी आबादी हो, अगड़ा हो या आदिवासी, पीडीए में सभी को शामिल किया गया है जिसके लिए हमारी पार्टी संघर्ष कर रही है।”.

उन्होंने कहा कि सोमवार को लखनऊ पहुंची उनकी पार्टी की पीडीए यात्रा पिछले कुछ दिनों से इस पूरे राज्य में 5000 किलोमीटर की दूरी पहले ही तय कर चुकी है। यह यात्रा 22 नवंबर को सैफई में संपन्न होगी।

यादव ने कहा, “इस यात्रा में सामाजिक न्याय, जाति जनगणना और लोगों के सम्मान और अधिकार से जुड़े मुद्दे उठाए जा रहे हैं। यह यात्रा देश को बांटने की साजिश रच रही ताकतों से इस देश को बचाने के लिए है।”

उन्होंने कहा कि यह यात्रा 22 नवंबर को सैफई में संपन्न होगी। उन्होंने कहा कि सपा की ऐसी यात्राएं और शिविर जारी रहेंगे क्योंकि “देश का रास्ता यूपी से ही निकलता है।”

यादव ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के संदर्भ में यह बात कही।

‘पीडीए’ के बारे में उन्होंने कहा कि जिन्होंने स्टेडियम बनाया वे अगड़े हैं और जो (भाजपा नेता) वहां फोटो खिंचाने जाते हैं वे पिछड़े हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने योगी सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है, डेंगू तेजी से फैल रहा है और कुछ गांवों में 20 लोगों की मौत की खबरें आई हैं लेकिन राज्य सरकार सो रही है।

उन्होंने कहा कि एक सांसद के बेटे इलाज की कमी से यहां पीजीआई में मौत हो गई। उन्होंने कहा, “सरकार स्वास्थ्य विभाग पर पर्याप्त बजट खर्च नहीं कर रही है।”

सपा नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल षड़यंत्र करती है और ‘‘आपके (मीडिया के) जरिए अफवाहें फैलाती है। इसके पास दिखाने के लिए नया कुछ नहीं है।’’

यादव इस यात्रा में हिस्सा लेंगे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जनेश्वर मिश्र पार्क तक साइकिल चलाएंगे।

आंध्र प्रदेश ट्रेन दुर्घटना पर उन्होंने कहा कि बार बार इस तरह की ट्रेन दुर्घटनाएं सरकार के संभावित जोखिम के बारे में अलर्ट करने वाली प्रौद्योगिकी होने के दावे की असलियत बताती हैं। उन्होंने कहा ‘‘यह किस तरह का कवच है।’’