पुल ढहने की घटना के दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई: नीतीश

पटना बिहार
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पटना, पांच जून (ए) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिरने के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जबकि विपक्षी पार्टी भाजपा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर “सच्चाई छिपाने” का आरोप लगाया है।.

भगवा पार्टी ने राजद नेता तेजस्वी की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि पुल के ‘कई संरचनात्मक दोषों’ को विशेषज्ञों द्वारा इंगित किया गया है और राज्य सरकार ने पहले ही कई हिस्सों को गिरा दिया है जिन्हें विशेष रूप से कमजोर हिस्से के रूप में चिह्नित किया गया था।.

उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि 2014 में शुरू हुआ पुल निर्माण कार्य अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ।

नीतीश ने कहा, ‘यह समय से पीछे क्यों चल रहा है? मैंने संबंधित विभाग से इसकी भी जांच करने को कहा है। उपमुख्यमंत्री भी घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं।’

वर्ष 2014 से बन रहा 3.16 किलोमीटर लंबा यह पुल 14 महीने में दो बार टूटा, पहली बार अप्रैल 2022 में भागलपुर के सुल्तानगंज की तरफ और दूसरी बार रविवार की शाम खगड़िया की तरफ।

घटना के तुरंत बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जिनके पास पथ निर्माण विभाग का प्रभार भी है, ने रविवार को कहा था कि राज्य सरकार संरचनात्मक खामियों के कारण निर्माणाधीन पुल को ध्वस्त करने की योजना पर भी विचार कर रही है।

तेजस्वी ने कहा था, ‘‘पिछले साल 30 अप्रैल को इस पुल का एक हिस्सा ढह गया था। इसके बाद हमने एक अध्ययन करने के लिए आईआईटी-रुड़की, जिसे निर्माण मामलों में अपनी विशेषज्ञता के लिए सम्मानित किया जाता है, से संपर्क किया। इसकी अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है, लेकिन संरचना का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों ने हमें सूचित किया था कि इसमें गंभीर खामियां थीं।’

तेजस्वी ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करने वाली भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, ‘पिछले साल जब इस पुल का एक हिस्सा आंधी में उड़ गया था, तब राज्य में भाजपा सत्ता में थी। यह एक ऐसी घटना थी, जिसके बारे में व्यापक रूप से चर्चा हुई थी और मैंने विपक्ष के तत्कालीन नेता के रूप में अपनी क्षमता से इसे मजबूती से उठाया था। सत्ता में आने पर हमने एक जांच का आदेश दिया और विशेषज्ञ की राय मांगी है।’’

चार लेन वाले सुल्तानगंज-अगुआनी घाट पुल के तीन खंभों पर रखे गये कम से कम 30 ‘स्लैब’ रविवार को धंसकर नदी में गिर गये। जिला प्रशासन ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

बताया जाता है कि निर्माणाधीन पुल की अनुमानित लागत 1,700 करोड़ रुपये है। हरियाणा की एक कंपनी को पुल निर्माण का ठेका मिला है, जिसके खिलाफ अब भाजपा कार्रवाई की मांग कर रही है।