खुदकुशी करने वाले सचिवालय कर्मचारी ने सुसाइड नोट में महिला आईपीएस पर सेक्स रैकेट में फंसाने का लगाया आरोप

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ, 10 मार्च (ए)। राजधानी लखनऊ के हसनगंज रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास बुधवार सुबह सचिवालय के संविदा कर्मी विशाल सैनी (26) ने ट्रेन के आगे कूद कर खुदकुशी कर ली।विशाल ने सुसाइड नोट में एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह पर सेक्स रैकेट के झूठे मामले में फंसा कर जेल भेजने का आरोप लगाया है।संविदा कर्मी का लिखा सुसाइड नोट सामने आने के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।वहीं, विशाल के परिवार वाले एडीसीपी पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।  यूपी भूतत्व एवं खनिकर्म डा. रोशन जैकब के कार्यालय में चांदगंज छपरतल्ला निवासी विशाल सैनी कम्प्यूटर आपरेटर था। परिवार में पिता अर्जुन सैनी, मां नंदिनी और चार भाई हैं। बुधवार सुबह विशाल बाइक लेकर आफिस के लिए घर से निकला था। दोपहर 11.40 उसका शव रैदास रेलवे क्रासिंग के पास दो टुकड़ों में पड़ा मिला। सूचना पर महानगर, हसनगंज और अलीगंज पुलिस पहुंच गई। एक घंटे तक तीन थानों के बीच सीमा विवाद होता रहा। इस बीच विशाल के पास से मिले मोबाइल फोन से उसकी पहचान कर पिता अर्जुन सैनी को हादसे की सूचना दी गई।जिसके बाद परिवार वाले मौके पर पहुंचे। मां नंदिनी के अनुसार 13 फरवरी को पुलिस ने विशाल सैनी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।पुलिस की इस बात पर परिवार वालों को विश्वास नहीं था। जेल में मुलाकात के दौरान विशाल ने बताया था कि वह 13 फरवरी को ठेले पर खड़ा होकर चाउमीन खा रहा था। तभी एडीसीपी प्राची सिंह वहां पहुंची। उनके कहने पर सिपाहियों ने विशाल को दबोच लिया।कारण पूछने पर सेक्स रैकेट में शामिल होने की बात कही। विशाल सचिवालय कर्मी होने की दुहाई देता रहा। मगर, उसकी बात नहीं सुनी गई। 20 फरवरी विशाल जेल से छूटा था। घर लौटने के बाद से ही वह काफी उदास था। उसने माता-पिता की कसम खाते हुए झूठे मुकदमे में फंसाये जाने की बात कही थी।