गजब: जब निर्वाचित प्रधान का प्रमाण पत्र हारा प्रत्याशी ले गया, खुलासा होने पर खलबली,फिर–

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ-आजमगढ़,07 मई (ए)। यूपी के पंचायत चुनाव में मतगणना के बाद इस बार अलग-अलग इलाकों से अजब -गजब की खबरें सामने आ रही है। चुनाव में हुई हार से बौखलाए जहाँ बाराबंकी में एक पूर्व प्रधान ने जेसीबी से गांव की सड़क खुदवा दी वहीं आजमगढ़ में अब एक हारा उम्मीदवार अपने प्रतिद्वंदी जीते हुए प्रधान का प्रमाण पत्र अधिकारियों से लेकर फरार हो गया है जिसकी खोज की जा रही है। जानकारी के अनुसार
आजमगढ़ में जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के खालिसपुर गांव निवासी हारा हुआ प्रत्याशी अभिमन्यु अपने गांव के नवनिर्वाचित प्रधान इंद्रेश का प्रमाण पत्र लेकर मतगणना केंद्र से फरार हो गया। वह इस प्रमाण पत्र का दुरुपयोग कर सकता है। गुरुवार को प्रमाण पत्र वापस लाने के लिए सहायक निर्वाचन अधिकारी ने कोतवाल को पत्र लिखा है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के खालिसपुर गांव में कुल आठ प्रत्याशी मैदान में थे। 19 अप्रैल को मतदान के बाद सभी के भाग्य मतपेटिका में बंद था। दो मई को शुरू हुई मतगणना के दौरान जब खालिसपुर गांव की गणना हुई तो पता चला कि इंद्रेश कुमार पुत्र तिलकधारी को कुल 669 मत मिला है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अभिमन्यु पुत्र स्व. त्रिवेणी राम को 231 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया।

इसके बाद जब चुनाव जीतने का प्रमाण पत्र दिया जा रहा था। उस समय जीते हुए प्रत्याशी की बजाय हारे हुए प्रत्याशी अभिमन्यु ने प्रमाण पत्र ले लिया और भाग निकला। बाद में जब जीते हुए प्रत्याशी इंद्रेश ने अपना प्रमाण पत्र मांगा तो इस बात की जानकारी हुई। अभिमन्यु द्वारा अभी तक प्रमाण पत्र न देने पर गुरुवार को सहायक निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र माणिक ने कोतवाल जीयनपुर को पत्र लिखकर प्रमाण पत्र वापस दिलाने की मांग की है। सहायक निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र माणिक ने कहा कि प्रमाण पत्र वापस लेने और कार्रवाई के लिए जीयनपुर कोतवाली को लिखित सूचना दी गई है।