सपा महासचिव स्‍वामी प्रसाद मौर्य पर युवक ने जूता फेंका, अखिलेश ने बताया भाजपा की साजिश

राष्ट्रीय
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लखनऊ, 21 अगस्त (ए) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और अन्य पिछड़ा वर्ग के अहम नेता माने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पर सोमवार को प्रदेश की राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित सपा के एक दिवसीय महासम्मेलन के दौरान जूता फेंका गया।.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना के लिये सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार करार देते हुए कहा कि अपने सिकुड़ते जनसमर्थन से ‘घबराई’ भाजपा मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिये ऐसी घटनाएं करा रही है।.

अधिवक्‍ता के वेश में आये आकाश सैनी नाम के व्यक्ति ने मौर्य को निशाना बनाकर जूता फेंका लेकिन वह मौर्य तक पहुंचने से पहले ही बीच में गिर गया। अगले ही पल मौर्य के समर्थक सैनी पर टूट पड़े और उसे जमकर पीटा। बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया।

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) लखनऊ अनिंद्य विक्रम सिंह ने ‘ बताया, ‘आरोपी आकाश सैनी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसे अस्पताल ले जाया गया है और उससे पूछताछ के बाद आगे की जानकारी पता चलेगी।’

सैनी की पृष्‍ठभूमि के बारे में पूछे जाने पर उन्‍होंने कहा कि पुलिस की उससे अभी तक बात नहीं हुई है क्योंकि वह चोटिल है। उसे लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया है। उसका इलाज किया जा रहा है।

इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ऐसी घटनाओं के लिये भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।

उन्होंने रविवार को घोसी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान पर स्याही फेंके जाने की घटना का भी जिक्र करते हुए कहा, ”इस तरह के जितने भी मसले हो रहे हैं उनमें भाजपा शामिल है। अभी आपने मऊ के घोसी में हुआ मामला देखा था, जिसमें स्याही लगा दी गई थी। उसमें भी भाजपा के लोग शामिल मिले। यह जानबूझकर हम सबका ध्यान हटाना चाहते हैं।”

यादव ने कहा कि हर समाज के लोग जागरूक हो गए हैं। वे संविधान और लोकतंत्र में खुद को मिले हक और सम्मान के लिए खड़े हो गए हैं। इन मुद्दों पर बहस ना हो इसके लिए भाजपा जानबूझकर इस तरह की घटनाएं करा रही है।

उन्होंने कहा कि जिन नेताओं के साथ इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उन्हें सुरक्षा दी जाए।

अन्य पिछड़े वर्गों के प्रमुख नेताओं में शामिल किये जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले साल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे। वह महाकाव्य रामचरितमानस और हिंदू मंदिरों पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में हैं।

सूत्रों ने बताया कि जूता फेंकने वाला युवक आकाश सैनी उनके बयानों से नाराज था।