उद्घाटन में न बुलाने पर भड़के भाजपा विधायक,शहीद स्मारक पर पहुँचकर काटा बवाल,वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश जौनपुर
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जौनपुर,26 दिसम्बर एएनएस। जिले के बदलापुर के भाजपा विधायक रमेश मिश्र को धनियामऊ शहीद स्मारक के प्रवेश द्वार के उद्घाटन पत्थर में नाम नहीं होने व कार्यक्रम में न बुलाने का खामियाजा शनिवार को अधिकारियों व लोगों को उस समय भुगतना पड़ा जब अचानक मौके पर पहुंच कर विधायक ने वहां बवाल काटा। इस दौरान विधायक ने बीडीओ को फटकार लगाते हुए मौके पर पहुँचकर जोर जोर से चिल्लाने लगे कि मुझे कार्यक्रम की जानकारी क्यों नही दी गयी । उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों से अभद्र भाषा मे बात की,,,,पत्थर को खोजने के लिए हवन के लिए बनाए गए बेदी के किनारे किनारे बिछाए गए गद्दों को पैर मारकर फेंक दिया । इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी जौनपुर द्वारा किया जाना था किन्तु उसके पहले ही बवाल हो गया। जानकारी के अनुसार बदलापुर क्षेत्र के बलुआ गांव में शहीद स्मारक का जीर्णोद्धार कराया गया है। इसके गेट का शिलान्यास शनिवार को होना था। ब्लॉक प्रमुख प्रभावती कन्नौजिया की अगुवाई में सभी तैयारी पूरी हो चुकी थी। इसमें डीएम सहित अन्य अफसरों को शामिल होना था
दोपहर में अचानक भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्र मौके पर पहुंचे। उन्हें सूचना मिली थी कि शिलान्यास कार्यक्रम में लगने वाले पत्थर पर उनका नाम नहीं है। विधायक ने आयोजकों से शिलान्यास वाला पत्थर दिखाने की मांग की। बीडीओ, एडीओ सहित अन्य अफसरों से नाराजगी जताते हुए भड़ास निकाली। विधायक के हंगामे को काफी देर तक चुपचाप देख रहे आयोजकों ने जब कड़ा लहजा दिखाना शुरू किया। तब विधायक सीएम से मिलकर शिकायत की बात कहते हुए वहां से चले गए। दूसरी ओर विधायक रमेश मिश्रा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमारी सरकार का शासनादेश है कि विधायको के क्षेत्र में क्षेत्र पंचायत, नगर पंचायत या उत्तर प्रदेश के किसी सरकारी विभाग द्वारा कार्य कराया जाता है तो उस क्षेत्र के विधायक का नाम शिलापट्ट में होगा, उद्घाटन या शिलान्यास में वह विधायक कार्यक्रम में मौजूद रहेगा। धनियांमऊ शहीद स्थल काफी पुराना है इस शहीद स्थल से बहुत लोगा अस्था है। इस शहीद स्थल के सौन्दरीकरण के लिए एक वर्ष पहले बीडीओ बदलापुर को पत्र लिखा था, मनरेगा के तहत सौन्दरीकरण काम पूरा हुआ,क्षेत्र पंचायत तहत एक गेट का निर्माण होना था, हमने एक सप्ताह पहले विधायक निधि से एक सोलर लाइट की स्थापना कराया था,मेरे मन एक संकल्प था जिस दिन इसका भब्य उद्घाटन करूंगा और शहीदो के परिवार वालों सम्मानित करूंगा, लेकिन संयोगवश मैं मेरे एक करीबी के निधन खबर मिली तो मै वहां जा रहा था जब मैने रास्ते में भीड़ देखा तो मैने बीडीओ से पूछा क्या मामला है उन्होने बताया कि कल शाम डीएम का फोन आया था कि कल मैं शिलान्यास करूंगा आप लोग फटाफट कार्यक्रम की तैयारी करिए मैने कहा कि ठीक है उसके बाद जाने लगा तो लोगो ने बताया कि शिलापट्ट पर आपका नाम नही है मै वापस आकर शिलापट्ट गद्दे को हटाकर खोजने लगा पत्थर गद्दे के नीचे मिला उस पर मेरा नाम नही था जो शासनादेश के खिलाफ है जिस पर मैने आपत्ति दर्ज किया मै इसकी शिकायत मुख्यमंत्री जी से करूंगा।