भारत की ‘बायो इकोनॉमी’ पिछले आठ वर्षों में आठ गुना बढ़ी: मोदी

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली, नौ जून (ए) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश के विकास को गति देने के लिए उनकी सरकार सभी क्षेत्रों को मजबूत बनाने में यकीन रखती है, जबकि पहले की सरकारों का रुख चुनिंदा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने और अन्य को नजरअंदाज करने का था।

दो दिवसीय बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने यह भी कहा कि भारत की ‘‘बायो इकोनॉमी’’ पिछले आठ वर्षों में आठ गुना बढ़ी है और यह 10 अरब अमेरिकी डॉलर से 80 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई है।

उन्होंने आगे कहा कि भारत जैव प्रौद्योगिकी के वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष 10 देशों की श्रेणी में पहुंचने से बहुत दूर नहीं है।

उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में देश में स्टार्टअप की संख्या कुछ सौ से बढ़कर 70,000 से अधिक हो गई है और ये 70,000 स्टार्टअप लगभग 60 विभिन्न उद्योगों से हैं। उन्होंने कहा कि इसमें भी 5,000 से अधिक स्टार्टअप बायोटेक क्षेत्र से जुड़े हैं।

उन्होंने कहा कि यह इसलिए संभव हो सका है क्योंकि सरकार ने व्यवसाय की सुगमता को बढ़ावा देने के साथ ही देश में उद्यमिता को मजबूती देने की दिशा में काम किया है।

प्रधानमंत्री ने कुछ क्षेत्रों में निर्यात में रिकार्ड वृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि देश के हर क्षेत्र को समर्थन देना और उसका विकास करना देश की आवश्यकता है और सरकार देश की वृद्धि को गति देने के लिए हर संभावनाएं तलाश रही है।

उन्होंने कहा कि देश की वृद्धि को गति देने के लिए बायोटेक क्षेत्र बहुत अहम है।

उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया में हमारे प्रौद्योगिकी पेशेवरों के कौशल और नवोन्मेष को लेकर भरोसा नई ऊंचाई पर है। यही भरोसा और यही साख इस दशक में भारत के बायोटेक क्षेत्र तथा भारत के बायो प्रोफेशनल्स के लिए होते हम देख रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को बायोटेक के क्षेत्र में अवसरों की भूमि माना जा रहा है क्योंकि भारत के पास विविध आबादी और विविध जलवायु क्षेत्र है और साथ ही भारत के पास एक प्रतिभाशाली मानव संसाधन भी है।

उन्होंने कहा, ‘‘इतना ही नहीं, भारत में व्यवसाय की सुगमता के लिए सरकार अपने प्रयासों को आगे बढ़ा रही है, भारत में जैव उत्पादों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है और भारत के बायोटेक क्षेत्र की सफलताओं का पिछला रिकार्ड भी इसमें अहम भूमिका निभा रहा है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में हमारे आईटी पेशेवरों का भरोसा बहुत अधिक है।

उन्होंने कहा कि बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो 2022, बायोटेक क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ आंदोलन को मजबूत करेगा।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में पेट्रोल में इथेनॉल के 10 प्रतिशत मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि अब भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य भी 2030 से पांच साल कम करके 2025 कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ये सारे प्रयास, बायोटेक के क्षेत्र में रोजगार के भी नए अवसर बनाएंगे।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था की क्षमता और उसकी शक्ति को सुधारने के लिए अनथक काम किए हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सामूहिक शक्ति की भावना पर जोर दिया है और ‘‘सबका साथ- सबका विकास’’ की भावना के पीछे उनकी कोशिश भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में भी लागू करने की है।

उन्होंने कहा, ‘‘एक समय था जब देश में ये सोच हावी हो गई थी कि कुछ ही क्षेत्रों को मजबूत किया जाता था, बाकी को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता था। हमने इस सोच को बदल दिया है, इस रुख को बदल दिया है। आज के नए भारत में हर क्षेत्र में उसके विकास से ही देश के विकास को गति मिलेगी। इसलिए हर क्षेत्र के साथ, हर क्षेत्र का विकास आज देश की जरूरत है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि सोच और रुख में आए ‘‘महत्वपूर्ण बदलाव’’ का नतीजा है कि सरकार ने मजबूत सेवा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया है तो इसमें 250 अरब डॉलर का रिकॉर्ड बनाया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने उत्पादों के निर्यात पर ध्यान दिया तो 420 अरब डॉलर के उत्पादों के निर्यात का भी रिकॉर्ड बना दिया। इन सबके साथ ही हमारे प्रयास अन्य क्षेत्रों के लिए भी उतनी ही गंभीरता से चल रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार ही है जिसने कपड़ा क्षेत्र में प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना लागू की और फिर उसका विस्तार ड्रोन, सेमी कंडक्टर और उच्च क्षमता वाले सौर पीवी मॉडयूल्स के लिए भी किया।

उन्होंने कहा, ‘‘बायोटेक सेक्टर के विकास के लिए भी भारत आज जितने कदम उठा रहा है, वह अभूतपूर्व हैं।’’

मोदी ने कहा कि देश में नीति से लेकर आधारभूत ढांचे तक के लिए हर जरूरी सुधार किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा सरकार ही सब कुछ जानती है और वह अकेले ही सब कुछ करेगी की कार्य-संस्कृति को पीछे छोड़कर अब देश ‘सबका प्रयास’ की भावना से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए भारत में आज अनेक नए इंटरफेस तैयार किए जा रहे हैं, जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बाइरैक) जैसे मंचों को सशक्त किया जा रहा है। स्टार्टअप के लिए स्टार्टअप इंडिया अभियान हो, अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए इन-स्पेस हो, रक्षा क्षेत्र के स्टार्टअप के लिए के लिए आईडेक्स हो या फिर बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो हो, सबसे प्रयास की भावना को बढ़ाते हुए नए संस्थानों के माध्यम से सरकार इंडस्ट्री के सर्वश्रेष्ठ लोगों को एक साथ, एक प्लेटफॉर्म पर ला रही है।’’

बायोटेक स्टार्टअप प्रदर्शनी-2022 को नौ और 10 जून तक आयोजित किया गया है। इसका आयोजन बायोटेक्नोलॉजी विभाग तथा बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टैंस काउंसिल (बीआईआरएसी) द्वारा किया गया है। यह प्रदर्शनी बीआईआरएसी की स्थापना के दस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है।

इस प्रदर्शनी का उद्देश्य उद्यमियों, निवेशकों, उद्योग जगत के अग्रणी व्यक्तियों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, बायोइंक्यूबेटर्स, विनिर्माताओं, विनियामकों, सरकारी अधिकारियों आदि को जोड़ने के लिए एक मंच प्रदान करना है।