विपक्षी एकता की कोई गारंटी नहीं क्योंकि वे एक दूसरे से लड़ते रहे हैं – मोदी

राष्ट्रीय
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शहडोल (मप्र), एक जुलाई (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी गुट बनाने के विपक्षी दलों के प्रयासों के संदर्भ में शनिवार को कहा कि कांग्रेस और अन्य ‘‘परिवार-केंद्रित’’ पार्टियां लोगों को ‘‘झूठी’’ गारंटी दे रही हैं और उनके बीच पुरानी कलह से पता चलता है कि विपक्षी एकता की कोई गारंटी नहीं है।.

उन्होंने यह भी कहा कि वंशवादी पार्टियां केवल अपने परिवार के कल्याण के लिए काम करती हैं। मोदी ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और जमानत पर हैं, वे उन लोगों के साथ हैं जिन्हें घोटालों के लिए सजा सुनाई गई है।.

प्रधानमंत्री ने शनिवार को यहां एक पोर्टल का अनावरण कर ‘राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047’ की शुरुआत की और इस रोग के प्रबंधन के लिए दिशा निर्देश एवं इसकी निगरानी के लिए विभिन्न मॉड्यूल जारी करने के बाद अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा।

इस मौके पर मोदी ने देश में तीन करोड़ से ज्यादा डिजिटल आयुष्मान कार्ड और मध्य प्रदेश में एक करोड़ पीवीसी आयुष्मान कार्ड के वितरण की शुरुआत की।

मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य के आदिवासी अंचल में पहुंचने के बाद मोदी ने कहा कि रानी दुर्गावती की जयंती पूरे भारत में मनाई जाएगी और एक डाक टिकट जारी किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया और लोगों से कांग्रेस सहित ‘‘परिवार-केंद्रित’’ राजनीतिक दलों द्वारा दी जा रही ‘‘फर्जी गारंटी’’ से सावधान रहने की चेतावनी दी।

उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों की अपनी कोई गारंटी नहीं है, वो आपके पास गारंटी वाली नयी-नयी योजना लेकर आ रहे हैं। उनकी गारंटी में छिपे खोट को पहचान लीजिए, झूठी गारंटी के नाम पर जारी उनके धोखे को भांप लीजिए।’’

हाल में पटना में हुई भाजपा विरोधी पार्टियों की बैठक के स्पष्ट संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सहित परिवार केंद्रित पार्टियां एक साथ मिल रही हैं। ऐसे लोग (विपक्षी दल) आज एक साथ आने का दावा कर रहे हैं जो कभी पानी पी-पी कर एक दूसरे को कोसते थे। इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है। इस मतलब यह है कि यह विपक्षी एकता की गारंटी नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि जब भी वे मुफ्त बिजली की गारंटी देते हैं तो इसका मतलब है कि वे बिजली दरें बढ़ाने जा रहे हैं। उनकी मुफ्त यात्रा की गारंटी का मतलब है कि राज्य में परिवहन व्यवस्था बर्बाद हो जाएगी।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब वे पेंशन की गारंटी देते हैं तो इसका मतलब है कि कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिलेगा। जब वे सस्ते पेट्रोल उपलब्ध कराने की गारंटी देते हैं, तो मतलब है कि वे कर बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। जब वे नौकरियां प्रदान करने की गारंटी देते हैं, तो मतलब है कि वे उद्योगों और व्यापार को बर्बाद करने वाली नीतियां लाएंगे… कांग्रेस जैसी पार्टियों द्वारा दी जा रही गारंटी का मतलब है- नियत में खोट और गरीब पर चोट।’’

मोदी ने कहा कि वे (विपक्षी दल) पिछले 70 वर्षों के दौरान गरीबों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराने की गारंटी देने में विफल रहे, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के तहत 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन की गारंटी दी है।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने गरीबों के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन भाजपा नीत सरकार ने 50 करोड़ गरीब लाभार्थियों को ‘आयुष्मान योजना’ के तहत मुफ्त इलाज की गारंटी दी है।

मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार ने ‘उज्ज्वला योजना’ के तहत 10 करोड़ महिलाओं को धुआं रहित खाना पकाने की गारंटी दी है और आठ करोड़ लाभार्थियों को ‘मुद्रा योजना’ के तहत स्वरोजगार के लिए ऋण दिया है, लेकिन पिछली सरकारों ने लोगों के लिए कुछ नहीं किया।

नाम आदिवासी नायकों के नाम पर रखा।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का ये अभियान अमृत काल का प्रमुख मिशन बनेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा यानी 2047 तक हम सब मिलकर एक मिशन मोड में अभियान चलाकर इस सिकल सेल एनीमिया से अपने आदिवासियों और देश को मुक्ति दिलाएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती को हल करने का बीड़ा अब हमारी सरकार ने उठाया है। आदिवासी समाज हमारे लिये सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है, ये हमारे लिए संवेदनशीलता का विषय है, भावनात्मक विषय है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘आज शहडोल की इस धरती पर देश आदिवासियों को सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का बड़ा संकल्प ले रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह संकल्प हमारे देश के आदिवासी भाई-बहनों के जीवन को सुरक्षित बनाने का है। यह संकल्प है सिकल सेल एनीमिया की बीमारी से मुक्ति का। यह संकल्प है हर साल सिकल सेल एनीमिया की गिरफ्त में आने वाले 2.5 लाख बच्चों और उनके परिवारजनों के जीवन बचाने का।’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आदिवासियों से अपील की कि वे प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए स्मार्ट कार्ड का उपयोग करके शादी करने से पहले यह जांच लें कि उनके बेटे या बेटियां सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित तो नहीं हैं।