विपक्षी बैठक पर बढ़ती तकरार के बीच अमित शाह ने नीतीश कुमार को ‘पलटू बाबू’ कहा

राष्ट्रीय
Spread the love

मुंगेर (बिहार)/मुंबई, 29 जून (ए) अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए हाल ही में भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने के लिए विपक्षी सम्मेलन को लेकर बढ़ते राजनीतिक घमासान के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए उन्हें “पलटू बाबू” करार दिया और कहा कि वह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को “मूर्ख” बना रहे हैं।.

शाह ने पटना बैठक में शामिल हुए विपक्षी नेताओं पर 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक के घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को “धोखा” देने वाले नेताओं को “सजा” दी जानी चाहिए। वहीं, शाह के आरोपों पर पलटवार करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने दावा किया कि विपक्षी बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी “बेचैन” हो गए हैं।.पवार ने कहा कि विपक्षी नेताओं की अगली बैठक बेंगलुरु में 13-14 जुलाई को होगी।

पटना में 23 जून को 16 विपक्षी दलों की बैठक के बाद पहली बार बिहार के दौरे पर आए शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को “जन नेता” के तौर पर स्थापित करने की पिछले 20 सालों से कोशिश हो रही है लेकिन वह नाकाम रही। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, “मतदाताओं को मोदी जी पर पूरा भरोसा है।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की मंशा को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा।

उन्होंने आगे कहा, आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिये पटना में हुई विपक्षी नेताओं की बैठक से मोदी डरे हुए हैं।

पटना बैठक की मेजबानी करने वाले मुख्यमंत्री कुमार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि बिहार के लोग 2024 के लोकसभा चुनाव में “भ्रष्ट नेताओं को करारा जवाब” देंगे।

उन्होंने मुंगेर के लखीसराय में भाजपा द्वारा आयोजित एक रैली में कहा, “पलटू बाबू नीतीश कुमार पूछ रहे थे कि भाजपा ने पिछले नौ वर्षों में (केंद्र में एनडीए सरकार के) क्या किया है…प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के समग्र विकास के लिए बहुत कुछ किया है…नीतीश हमेशा अपना गठबंधन सहयोगी बदलते रहे हैं और (राजद प्रमुख लालू प्रसाद) लालू जी को गुमराह कर रहे हैं। वह भरोसेमंद नहीं है।”

मुंगेर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व फिलहाल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ‘ललन’ कर रहे हैं।

नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए शाह ने उन्हें एक ऐसा व्यक्ति बताया “जो लगातार पाला बदलते रहते हैं और उन्हें बिहार चलाने की जिम्मेदारी नहीं सौंपी जा सकती”।

शाह ने कहा, “कुमार प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षा पाले हुए हैं। लेकिन सच तो यह है कि वह प्रधानमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं और वह अपनी कुर्सी भी छोड़ने के इच्छुक नहीं हैं। वह केवल लालू जी को मूर्ख बना रहे हैं।”

प्रसाद और कुमार ने जब हाथ मिलाया था तब संकेत इस बात के दिए गए थे कि वादे के अनुरूप अगले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी “नेतृत्व” करेंगे। फिलहाल तेजस्वी प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं।

पिछले साल राज्य में ‘महागठबंधन’ सरकार बनाने के लिए भाजपा का साथ छोड़ने वाले कुमार के संदर्भ में शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को धोखा देने वाले नेताओं को “सजा” मिलनी चाहिए।

शाह ने मुख्यमंत्री की उपलब्धियों पर भी सवाल उठाया और पूछा, “नीतीश बाबू को बताना चाहिए कि उन्होंने बिहार के लिए क्या किया?”

शाह ने कहा, “बिहार ने हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। 23 जून को पटना की बैठक में शामिल हुए विपक्षी नेता 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक के घोटालों में शामिल हैं…बिहार 2024 के लोकसभा चुनाव में भ्रष्ट नेताओं को करारा जवाब देगा।”

शाह ने कहा, “2024 में, बिहार के लोगों को नरेन्द्र मोदी और राहुल बाबा के बीच एक विकल्प को चुनना होगा, जिन्हें कांग्रेस ने 20 बार लॉन्च करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।”

शाह ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में ‘महागठबंधन’ सरकार के तहत कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है।

वहीं पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि केंद्र को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन के बारे में बात करने से पहले लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण लागू करना चाहिए।

उन्होंने कहा, “पिछले दिनों 16 विपक्षी दलों की बैठक पटना में हुई थी। जब बैठक हुई तो प्रधानमंत्री अमेरिका में थे। ऐसा लगता है कि बैठक की जानकारी मिलने के बाद उनकी बेचैनी बढ़ गई और उन्होंने निजी हमले करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि यह एक फोटो सेशन था।”

यूसीसी पर प्रधानमंत्री की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए स्टालिन ने उन पर ‘कानून और व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह से बाधित करने’ और ‘धार्मिक हिंसा’ भड़काने का प्रयास करने का आरोप लगाया।

द्रमुक अध्यक्ष ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री देश में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काकर और भ्रम पैदा करके 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने की सोच रहे हैं।

उन्होंने कहा, ”मैं आपको स्पष्ट रूप से बता रहा हूं कि आगामी लोकसभा चुनाव में लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सबक सिखाने के लिये तैयार हैं। आपको (लोगों को) तैयार और (भाजपा को चुनाव में हराने के लिये) दृढ़ रहना चाहिए।”

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि देश की राजनीति की संस्कृति बदल गई है और अब उन लोगों को खतरा हो गया है जो पार्टी के नाम पर वंशवाद चला रहे थे।

राजस्थान के भरतपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी ने देश की राजनीति की संस्कृति को बदल डाला। आज राजनीति की संस्कृति बदल गई । आज उन लोगों को खतरा हो गया जो पार्टियों के नाम पर अपने वंशवाद को चला रहे थे और पनपा रहे थे । मोदी ने वंशवाद को समाप्त करके विकासवाद को आगे बढ़ाया और आम आदमी को आगे ले जाने का काम किया।’’

उन्होंने कहा, ‘यदि आप राजद को वोट देते हैं, तो आप लालू प्रसाद के परिवार को वोट देते हैं, यदि आप समाजवादी पार्टी को वोट देते हैं, तो आप अखिलेश के परिवार और उनके बच्चों को वोट देते हैं, यदि आप उद्धव ठाकरे की शिवसेना को वोट देते हैं, तो आप उद्धव ठाकरे परिवार को वोट देते हैं, यदि आप राकांपा को वोट देते हैं, तब आप शरद पवार के परिवार को समृद्ध करने के लिए वोट देते हैं, यदि आप ममता की पार्टी को वोट देते हैं तो आप ममता और उनके भतीजे अभिषेक को भ्रष्टाचार करने की अनुमति देने के लिए वोट करते हैं ।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसी प्रकार यदि आप वाईएसआर कांग्रेस को वोट देते हैं तो आप जगन रेड्डी के परिवार को वोट देते हैं, लेकिन यदि आप मोदी को वोट देते हैं, तो आप देश और अपने बच्चों के लिए वोट करते हैं।