एक ही परिवार के पांच लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में आग में जिंदा झुलसकर मौत

उत्तर प्रदेश बरेली
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बरेली (उप्र): 28 जनवरी (ए) बरेली जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर कस्बा फरीदपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों की घर में लगी आग में जिंदा झुलसकर मौत हो गयी। मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल थे। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मामले पर गहरा दुख प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।पुलिस के अनुसार अजय गुप्ता उर्फ टिंकल पेशे से हलवाई थे और वह अपने परिवार के साथ तीन वर्ष से फरीदपुर के मोहल्ला फर्रखपुर में एक रिश्तेदार के मकान में किराए पर रहते थे। शनिवार रात सभी लोग एक ही कमरे में सोए थे। तड़के पड़ोसियों ने घर से धुआं निकलता देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था और ताला लगा हुआ था।

पुलिस दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई। अंदर पांच शव झुलसी हुई अवस्था में पड़े थे। कमरे में रखा सारा सामान जल चुका था। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूचना मिलते ही मृतक के परिजन व रिश्तेदार पहुंच गए।

पुलिस के अनुसार घटना शनिवार-रविवार रात की है। रविवार सुबह सूचना मिलने पर बरेली के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) घुले सुशील चंद्रभान भी घटनास्थल पर पहुंचे।घटनास्थल पर मौजूद एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि फरीदपुर कस्‍बे में अजय गुप्ता उर्फ टिंकल (38), पत्नी अनीता (36), बेटा दिव्यांश (नौ), बेटी दिव्यांका (छह) और सबसे बेटा दक्ष (तीन) की जिंदा जलकर मौत हो गयी।

एसएसपी ने बताया कि गुप्ता के घर में बाहर से ताला लगा हुआ था और प्रतीत होता है कि घटना के वक्त सभी पीड़ित घर के अंदर ही थे। पुलिस घटना के संबंध में गंभीरता से हर पहलू से जांच कर रही है।

मुख्‍यमंत्री कार्यालय ने ‘एक्‍स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उप्र के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ जी ने बरेली जिले में अग्निकांड में हुई जनहानि पर गहरा दुख प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री ने प्रभु श्री राम से दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना की है।’’

जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। मृतकों के दाह संस्कार का पूरा खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा।