सूरत के ‘झटके’ के बाद इंदौर के कांग्रेस उम्मीदवार ने पर्चा वापस लिया, भाजपा में शामिल

इंदौर मध्य प्रदेश
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इंदौर (मध्यप्रदेश): 29 अप्रैल (ए) सूरत के घटनाक्रम के बाद कांग्रेस को सोमवार को एक और झटका लगा। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने 13 मई को होने वाले मतदान से पहले अपना नामांकन वापस ले लिया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

इसके साथ ही, इंदौर सीट के संसदीय इतिहास में संभवत: पहली बार कांग्रेस की चुनावी चुनौती समाप्त हो गई जहां यह पार्टी पिछले 35 साल से जीत की बाट जोह रही है।

कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। वहीं राजनीति विश्लेषकों ने कुछ अन्य चिंताओं की ओर ध्यान दिलाया जिसमें निर्वाचन आयोग द्वारा सूरत से भाजपा के मुकेश दलाल के निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा शामिल है जब बाकी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया।एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर में 45 वर्षीय बम को भाजपा के स्थानीय विधायक रमेश मेंडोला के साथ जिलाधिकारी के दफ्तर जाते हुए देखा गया जहां उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहां से वापसी के बाद वह मेंडोला के साथ थे और उन्होंने पत्रकारों के सवालों को नजरअंदाज किया।

मेंडोला राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के महत्त्वपूर्ण सहयोगी माने जाते हैं। बाद में विजयवर्गीय ने अपने एक्स अकाउंट पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें बम एक कार में उनके साथ बैठे थे और साथ में मेंडोला भी थे।

मंत्री ने कहा कि बम का भाजपा में स्वागत है। विजयवर्गीय ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और राज्य के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के नेतृत्व में इंदौर से कांग्रेस लोक सभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम का भाजपा में स्वागत है।’

नामांकन वापस लिए जाने के बाद बम भाजपा के स्थानीय कार्यालय पहुंचे। भाजपा ने एक तस्वीर भी जारी की जिसमें वह राज्य के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, विजयवर्गीय और अन्य पार्टी नेताओं के बगल में खड़े थे। 13 मई को इंदौर के अलावा मध्य प्रदेश की सात अन्य सीटों के लिए भी मतदान होंगे।