एंबुलेंस नहीं मिली तो बीमार पिता को ठेले पर अस्पताल लेकर पहुंचा मासूम,वायरल हुआ वीडियो

मध्य प्रदेश सिंगरौली
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सिंगरौली,11 फरवरी (ए)। मध्य प्रदेश के सिंगरौली में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही देखने को मिली है. एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने पर मरीज की पत्नी और 7 साल के मासूम बेटे ने पिता को हाथ ठेले पर लिटाकर 3 किलोमीटर पैदल चलकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि कोतवाली थाना क्षेत्र के बलियरी में रहने वाले शाह परिवार के एक व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हो गई. इसके बाद परिजनों ने 108 एंबुलेंस सेवा को कॉल कर इसकी सूचना दी लेकिन तीस मिनट बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची.

यहां का डॉक्टर गरीबों का इलाज
कैसे करते होंगे..
जब एंबुलेंस रहते भेज नहीं सकते।
घटना मध्य प्रदेश के अस्पताल का है
मरीज़ को ठेले पर लिटाकर अस्पताल ले जाया जा रहा है वीडियो मे मरीज़ की पत्नी और बेटे ठेले को धक्का देक.. #MadhyaPradesh #सिंगरौली #MadhyaPradeshNews #NarendraModi pic.twitter.com/r4GzwOUkk2
— Sanjeevchandel (@Sanjeev22053300) February 11, 2023
इस दौरान मरीज की हालत गंभीर हो गई तो पास में खड़े ठेले पर पत्नी और 7 साल का बेटा उसे ठेले पर लिटाकर लगभग 3 किलोमीटर दूर अस्पताल लेकर पहुंचे और ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. जब मरीज की पत्नी और उसका बेटा बीमार शख्स को हाथ-ठेले पर लिटाकर सरकारी अस्पताल ले जा रहे थे इसी दौरान किसी ने सड़क पर उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है जब इस तरह की लापरवाही भरी तस्वीर सामने आई है.

शायद एंबुलेंस नहीं मिल पाई !
मध्य प्रदेश, सिंगरौली।
जिस मध्यप्रदेश में भाजपा विकास यात्रा निकाल रही वहां का विकास आप अपनी आंखों से देखे,
लोगों को एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हो रहीpic.twitter.com/aBXNm9mCzI
— Anish shaikh (@Anish__Shaikh) February 11, 2023
इसके पहले भी सिंगरौली जिले से इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं, उसके बाद भी लापरवाही करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले को लेकर सिंगरौली के अपर कलेक्टर डीपी बर्मन का कहना है कि एंबुलेंस नहीं मिलने से मरीज को उसकी पत्नी और मासूम बेटे द्वारा ठेले से अस्पताल ले जाना पड़ा है. एंबुलेंस क्यों नहीं मिल पाई इस बात का पता लगाने के लिए सिविल सर्जन और सीएमएचओ को निर्देशित किया गया है. जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।