कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव अमेठी से लड़ें : अजय राय

उत्तर प्रदेश लखनऊ
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लखनऊ, 19 अगस्त (ए) कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि अमेठी के लोग 2019 की अपनी ‘गलती’ सुधारना चाहते हैं और पार्टी कार्यकर्ता व नेता यह मांग कर रहे हैं कि राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव इस संसदीय सीट से लड़ें। .

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 का आम चुनाव उत्तर प्रदेश में अमेठी और केरल की वायनाड सीट से लड़ा था। वह अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे। .

राहुल ने 2004, 2009 और 2014 में अमेठी सीट पर जीत दर्ज की थी, और इसे कांग्रेस का एक गढ़ माना जाता था। सोनिया गांधी ने 1999 में अमेठी सीट से चुनाव जीता था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी लोकसभा में इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।

हाल में गठित विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के बारे में राय ने कहा कि संसदीय चुनावों के लिए बनाया गया यह गठबंधन भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को उत्तर प्रदेश में शिकस्त देने में सफल रहेगा।

गठबंधन में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस शामिल हैं।

राय ने कहा कि 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बनाये गए कांग्रेस-सपा गठजोड़ की तुलना 2024 के चुनावों के लिए बनाये गये विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ से नहीं की जानी चाहिए।

कांग्रेस ने 403 सदस्यीय उप्र विधानसभा के लिए 2017 में हुए चुनाव में सात और सपा ने 47 सीट पर जीत दर्ज की थी। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस ने केवल दो सीट पर जीत दर्ज की। संसद के 543 सदस्यीय निचले सदन में 80 सांसद भेजने वाले राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य से वर्तमान में लोकसभा में पार्टी की केवल एक सदस्य (रायबरेली से सोनिया गांधी) हैं।

राय ने टेलीफोन पर दिये साक्षात्कार में कहा,’पार्टी कार्यकर्ता व नेता यह मांग कर रहे हैं कि राहुल गांधी अमेठी संसदीय सीट से चुनाव लड़ें, और जनता अपनी गलती को सुधारना चाहती है। अमेठी से उन्हें लोकसभा सदस्य बनाने के लिए पूरी ताकत से काम किया जाएगा।’’

राज्य और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर प्रहार करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अमेठी के लोग ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस 2024 में रायबरेली से सोनिया गांधी को फिर से उम्मीदवार बनाएगी, या उनकी बेटी एवं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा इसकी उम्मीदवार होंगी, राय ने कहा, ‘‘उन्हें (पार्टी नेतृत्व की ओर इशारा करते हुए) इस बारे में फैसला करना है।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता रायबरेली से कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देगा।

विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की सफलता की संभावना पर राय ने कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से उन्हें (भाजपा नीत राजग को) उखाड़ फेंकेगा।’’

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले राय इसकी पूर्वी उत्तर प्रदेश इकाई के क्षेत्रीय प्रमुख थे।

भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के कुछ नेताओं के यह दावा करने पर कि ‘इंडिया’ को राज्य में सफलता नहीं मिलेगी, पांच बार के विधायक राय ने कहा, ‘(सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख) ओम प्रकाश राजभर को (राजग में) क्यों शामिल किया गया? यह पता लगाएं कि ओम प्रकाश राजभर ने मुख्‍यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) के बारे में क्या कहा था। उन्हें (भाजपा को) पहले आत्ममंथन करना चाहिए।”

सुभासपा 2017 में भाजपा की सहयोगी पार्टी थी, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले उसने उससे किनारा कर लिया और सपा से हाथ मिला लिया था। राजभर नीत पार्टी पिछले महीने राजग में शामिल हो गई।

वर्ष 2017 के चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन और सपा के साथ इसके गठजोड़ पर राय ने कहा, ‘‘2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तुलना 2024 के लोकसभा चुनाव से करना अनुचित है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘2017 का चुनाव राज्य के लिए था, जबकि 2024 का चुनाव राष्ट्र के लिए होगा।’’

उप्र की भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए राय ने आरोप लगाया, ‘‘सबसे बड़ी समस्या यह है कि भाजपा सरकार गुजरात से भ्रष्ट ठेकेदारों को ला रही है और उन्हें काम दे रही है। उप्र के लोगों को या तो छोटी-मोटी नौकरी दी जा रही है, या उन्हें कोई ठेका, सामान्य काम दिया जा रहा है। हर जगह बातें छुपाई जा रही हैं। हमें इन बातों को जनता के सामने उजागर करना है।’

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार बढ़ा है और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘आज, ‘नेता’ शक्तिहीन हो गए हैं। ऐसी शक्तिहीनता पहले कभी नहीं हुई थी। ये बातें लोगों को बतानी होंगी।’

यह पूछे जाने पर कि अगले विधानसभा चुनावों में और लोकसभा में, पार्टी का संख्या बल बढ़ाने की उनकी क्या योजना है, राय ने कहा, ‘एक समय, लोकसभा में भाजपा के केवल दो सदस्य थे। वह बहुत कमजोर स्थिति में थी। हमारे पास (कांग्रेस) कम से कम एक मजबूत विरासत है। 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस पूरी ताकत से लड़ेगी और जीत दर्ज करेगी।’

राय (55) ने कहा कि अगर पार्टी उनसे कहेगी, तो वह वाराणसी संसदीय सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

वह वाराणसी सीट से तीन बार लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में वह 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हार गए थे। उससे पहले, 2009 के लोकसभा चुनाव में राय को समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था और वह भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी से हार गए थे।

राय ने 1996, 2002 और 2007 में भाजपा के टिकट पर कोलअसला (वाराणसी में) विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। राय ने 2009 में इसी सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा उपचुनाव जीता था।

उन्होंने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर पिंडरा विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। परिसीमन के बाद कोलअसला विधानसभा क्षेत्र का नाम बदलकर पिंडरा कर दिया गया।

महंगाई को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए राय ने कहा, ‘रसोई गैस, जीरा, टमाटर और अदरक की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। बेरोजगारी और भ्रष्टाचार है। जब कांग्रेस सरकार थी, तो ऐसा नहीं हुआ था।’

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा, ‘मेरा संदेश है कि कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ पार्टी के साथ खड़े रहें। नये और पुराने कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान दिया जाएगा और किसी को भी दरकिनार नहीं किया जाएगा।’