पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे

राष्ट्रीय
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कोलकाता: 16 मार्च (ए) पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव सात चरणों में होंगे। निर्वाचन आयोग ने शनिवार को यह घोषणा की।

देश में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से एक जून तक सात चरणों में होंगे। मतगणना चार जून को होगी।

राज्य में कुल 7.58 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें लगभग 3.85 करोड़ पुरुष और 3.73 करोड़ महिला मतदाता हैं। लगभग 15.25 लाख ऐसे मतदाता हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे।

राज्य की 42 सीट में से 10 अनुसूचित जाति और दो सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीट, भाजपा ने 18 और कांग्रेस ने दो सीट जीती थीं।

तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने चिंता व्यक्त की कि कई चरण में चुनाव होने से आर्थिक रूप से मजबूत पार्टियों को अनुचित लाभ मिलता है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कई चरण में चुनाव कराने के कदम का समर्थन किया और कहा कि यह कदम चुनावों के इतिहास और चुनाव के बाद की हिंसा के कारण उठाया गया है। उन्होंने दावा किया कि ऐसी घटनाओं ने आयोग को इस तरह के निर्णय के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह टीएमसी ही है, जिसने स्थिति को इस स्तर पर पहुंचा दिया है, जहां बंगाल में सात चरणों में चुनाव कराने पड़ते हैं। हिंसा की राजनीति के कारण ही स्थिति इस स्तर तक पहुंची है।’’

कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘कई चरण में चुनाव यह सुनिश्चित करेंगे कि यह स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हो और टीएमसी को चुनाव के दौरान हिंसा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’

माकपा ने कहा कि आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोग बिना किसी डर के अपना वोट डाल सकें।